स्वर्णरेखा नदी पर कौनसा बांध है:- स्वर्णरेखा नदी पर स्थित प्रमुख बांध “स्वर्णरेखा बांध” है, जिसे “स्वर्णरेखा डेम” भी कहा जाता है। यह बांध भारतीय राज्य झारखंड में स्थित है और स्वर्णरेखा नदी पर बनाया गया है, जो कि कोयल, चाई और अन्य छोटी नदियों की सहायक नदी है।
स्वर्णरेखा बांध का महत्व
स्वर्णरेखा बांध का निर्माण क्षेत्रीय जल संसाधनों के प्रबंधन, सिंचाई, और बिजली उत्पादन के उद्देश्यों के लिए किया गया है। इसका उद्देश्य क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देना और स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाना है।
बांध का निर्माण
स्वर्णरेखा बांध का निर्माण 1970 के दशक में शुरू हुआ था और इसे 1980 के दशक में पूरा किया गया। इसका निर्माण भारतीय सरकार और झारखंड राज्य सरकार की पहल पर हुआ, जिसमें तकनीकी और वित्तीय सहयोग विभिन्न संस्थानों ने प्रदान किया। बांध के निर्माण में एक महत्वपूर्ण पहलू पर्यावरणीय प्रभावों का मूल्यांकन और प्रबंधन था, ताकि इसका नकारात्मक प्रभाव कम से कम हो।
बांध की संरचना
स्वर्णरेखा बांध एक ग्रेविटी बांध है, जिसका मतलब है कि यह अपनी पूरी ताकत पानी के दबाव को झेलने के लिए अपनी खुद की वजन और गुरुत्वाकर्षण पर निर्भर करता है। इसकी लंबाई और ऊंचाई परियोजना की आवश्यकता के अनुसार निर्धारित की गई थी, ताकि अधिक से अधिक जल संचयन और ऊर्जा उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके।
जल संचयन और सिंचाई
स्वर्णरेखा बांध का प्रमुख उद्देश्य जल संचयन और सिंचाई के लिए है। यह बांध झारखंड के विभिन्न जिलों में कृषि को प्रोत्साहित करता है और स्थानीय किसानों को निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, यह स्थानीय जल स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, जो कि बाढ़ के समय में महत्वपूर्ण होता है।
बिजली उत्पादन
स्वर्णरेखा बांध में एक हाइड्रोपावर प्लांट भी है, जो बिजली उत्पादन के लिए जिम्मेदार है। यह बिजली प्लांट क्षेत्रीय बिजली आपूर्ति में योगदान करता है और स्थानीय उद्योगों और निवासियों को स्थिर बिजली आपूर्ति प्रदान करता है।
पर्यावरणीय प्रभाव
जैसे कि सभी बड़े जलाशयों और बांधों के साथ होता है, स्वर्णरेखा बांध के निर्माण और संचालन से कुछ पर्यावरणीय प्रभाव जुड़े हुए हैं। इनमें जल निकासी, पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव और स्थानीय वन्य जीवों की स्थिति में बदलाव शामिल हैं। इन प्रभावों को न्यूनतम करने के लिए विभिन्न संरक्षण उपाय और प्रबंधन योजनाएं लागू की गई हैं।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
स्वर्णरेखा बांध ने स्थानीय समाज पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। यह स्थानीय रोजगार सृजन, सामाजिक विकास परियोजनाओं, और जीवन स्तर में सुधार का कारण बना है। इसके अलावा, बांध के आसपास के क्षेत्रों में बेहतर सड़कें, स्कूल, और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गई हैं, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास में सहायता मिली है।
निष्कर्ष
स्वर्णरेखा बांध एक महत्वपूर्ण जल संसाधन परियोजना है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना और स्थानीय जीवन स्तर में सुधार लाना है। इसके निर्माण, संचालन, और प्रबंधन में विभिन्न तकनीकी और पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान में रखा गया है। यह बांध न केवल सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका सामाजिक और आर्थिक प्रभाव भी क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।