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SMPS Kya Hota Hai

January 24, 2023 by Antesh Leave a Comment

नमस्कार दोस्तो, आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने वाले है SMPS Kya Hota Hai जितने भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप उनमें पावर देने के लिए SMPS की जरूरत पड़ती है। अगर आप भी SMPS के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो आज की यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा मददगार होने वाली है। 

आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे smps kya hota hai , smps kaise kam karta hai , smps ka kya kaam hota hai , SMPS कितने प्रकार का होता है?

इसलिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पूरा जरूर पढ़े ताकि आपको SMPS के बारे में पूरी जानकारी मिल चुके तो चलिए सबसे पहले हम आपको बताते है smps kya hai.

  • SMPS Kya Hota Hai ?
  • SMPS Full Form In Hindi
  • SMPS के प्रकार (Types of SMPS in Hindi)
    • 1. DC-DC Convertor (डीसी – डीसी कन्वर्टर)
    • 2. Forward Converter
    • 3. Flyback Converter
    • 4. Self-Oscillating Flyback Converter
  • SMPS Kaise Kam Karta Hai?
  • SMPS Ka Kya Kaam Hota Hai
  • SMPS के कनेक्टर (Connector of SMPS in Hindi)
  • SMPS के भाग (Part of SMPS in Hindi)
  • SMPS के फायदे (Advantage of SMPS in Hindi)

SMPS Kya Hota Hai ?

SMPS का पूरा नाम स्विच मोड पॉवर सप्लाई है। यह एक विद्युत उपकरण है जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सर्किट को बिजली की आपूर्ति करता है। घर या कार्यालय में उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटरों में इसका उपयोग किया जाता है। यह हाई ac वोल्टेज को डीसी वोल्टेज में बदलता है।

एसएमपीएस कंप्यूटर के सभी घटक (कंपोनेंट) जैसे मदरबोर्ड, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क, सीडी ड्राइव को पावर सप्लाई देता है। कंप्यूटर के लिए यह एक तरह का हार्डवेयर डिवाइस है जो एक तरह का बक्शा जैसा दिखता है जिसके भीतर सर्किट बोर्ड होता है जिसमे बहुत सारे कंपोनेंट लगे रहते है।

कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जिसके अन्दर अनेक छोटे नाजुक Part होते हैं जिन्हें काम करने के लिए कम बिजली की जरुरत होती है उनमें SMPS का इस्तेमाल होता है। क्योंकि हाई वोल्टेज कंप्यूटर को देने पर कंप्यूटर में लगे सभी कंपोनेंट जल जायेंगे।

SMPS Full Form In Hindi

SMPS का पूरा नाम (Full Form) Switched-Mode Power Supply (स्विच मोड पावर सप्लाई) होता है।

SMPS के प्रकार (Types of SMPS in Hindi)

तरह तरह के विद्युतीय उपकरण को चलाने के लिए बाजार में अनेक टाइप के SMPS मौजूद है। पर जो सबसे ज्यादा प्रयोग किये जाते हैं उनके बारे में नीचे मैंने बताया है –

  • DC – DC Convertor (डीसी – डीसी कन्वर्टर)
  • Forward Converter (फॉरवर्ड कन्वर्टर)
  • Flyback Converter (फ्लाईबैक कन्वर्टर)
  • Self-Oscillating Flyback Converter

1. DC-DC Convertor (डीसी – डीसी कन्वर्टर)

यह एक प्रकार का SMPS कन्वर्टर है जहाँ बस, SMPS में प्रवेश करने वाला करंट DC में परिवर्तित होने से पहले AC होता है। इसमें एक स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर होता है। यह स्टेप डाउन ट्रांसफर SMPS का हिस्सा है, जो 50hz है। DC कन्वर्टर के माध्यम से बहने वाला करंट पहले स्टेप-डाउन ट्रांसफार्मर के प्राथमिक पक्ष से होकर जाता है। इस वोल्टेज को सुधारा जाता है और ट्रांसफरर के द्वितीयक भाग में फिल्टर को स्टेप अप किया जाता है। अब आउटपुट वोल्टेज की शक्ति को आउटपुट करता है और विभिन्न भागों में जाता है।

2. Forward Converter

यह एक कन्वर्टर भी है जो इंडक्शन के माध्यम से करंट को बढ़ाता है चाहे ट्रांजिस्टर अपना काम कर रहा हो या नहीं। ट्रांजिस्टर के पूर्णतः बंद होने पर यह कार्य डायोड द्वारा किया जाता है। तो यही कारण है कि टर्न-ऑफ और टर्न-ऑन दोनों के दौरान लोड के अंदर की शक्ति बढ़ जाती है, लेकिन चोक टर्न-ऑन अवधि के दौरान शक्ति रखता है और आउटपुट लोड को कुछ ऊर्जा भेजता रहता है।

3. Flyback Converter

जब फ्लाईबैक कनवर्टर में स्विच चालू होता है, तो प्रारंभ करनेवाला का चुंबकीय क्षेत्र ऊर्जा संग्रहीत करता है। जब स्विच खुली अवस्था में होता है, तो बिजली को आउटपुट वोल्टेज सर्किट में डिस्चार्ज किया जाता है। फ्लाईबैक कन्वर्टर में कर्तव्य चक्र आउटपुट वोल्टेज द्वारा निर्धारित किया जाता है।

4. Self-Oscillating Flyback Converter

यह फ्लाईबैक पर काम करने वाला सबसे सरल और सबसे बुनियादी कन्वर्टर है। चालन पर, ट्रांसफर स्विचिंग ट्रांजिस्टर एक स्लोप के अनुसार मुख्य रूप से रैखिक रूप से बढ़ता है जो कि विन/एलपी है।

SMPS Kaise Kam Karta Hai?

SMPS का प्राथमिक कार्य AC पॉवर को DC पॉवर में परिवर्तित करके और डिवाइस द्वारा उपयोग करने योग्य बनाकर कंप्यूटर हार्डवेयर को पॉवर की आपूर्ति करना है। इसके लिए एसी पावर को पहले केबल के जरिए एसएमपीएस में फीड किया जाता है।

एसी के फिल्टर में करंट सबसे पहले पहुंचता है। एनटीसी, फ्यूज, लाइन फिल्टर, पीएफ कैपेसिटर की मदद से एसी करंट को स्थिर किया जाता है। इसके बाद, करंट को रेक्टिफायर और फिल्टर में भेजा जाता है, जो करंट को एसी से डीसी में बदल देता है।

अब, प्राप्त DC करंट को ट्रांजिस्टर में भेजा जाता है, जहाँ NPN ट्रांजिस्टर और स्विचिंग चक्र की मदद से DC करंट को फिर से स्वच्छ AC करंट में बदल दिया जाता है। पूरी प्रक्रिया SMPS के प्राइमरी सर्किट में होती है।

इस प्रक्रिया में प्राप्त एसी आउटपुट करंट को सर्किट के दूसरी तरफ एक रेक्टिफायर और फिल्टर में भेजा जाता है, जो एसी करंट को शुद्ध डीसी करंट में बदल देता है।

SMPS Ka Kya Kaam Hota Hai

SMPS का मुख्य काम कुछ इस तरह से है –

  • कम वोल्टेज वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चालू करने के लिए SMPS का उपयोग होता है।
  • SMPS सभी कंपोनेंट के जरूरत के हिसाब से अलग अलग पावर सप्लाई प्रदान करता है।
  • हाई ac वोल्टेज को dc वोल्टेज में बदलने के लिए SMPS का इस्तेमाल किया जाता है।

SMPS के कनेक्टर (Connector of SMPS in Hindi)

मार्केट में बहुत प्रकार के SMPS देखने को मिलते हैं जिममें तरह-तरह के कनेक्टर लगे होते हैं। SMPS के कुछ Connector निम्न प्रकार से हैं –

ATX 24 Pin Power Connector

यह एक मदरबोर्ड कनेक्टर है जो मदरबोर्ड और इससे जुड़े अन्य घटकों को बिजली की आपूर्ति करता है। इस पर कुल 24 पिन लगे होते हैं। पुराने मदरबोर्ड में 20 पिन होते हैं और आधुनिक मदरबोर्ड में 24 पिन कनेक्टर की आवश्यकता होती है।

ATX 4 Pin Power Connector

यह कनेक्टर 4 पिन का होता है जो CPU को Power Supply करता है। जिसमे काला और पीला रंग का वायर होता है।

SATA Power Connector

ये 4 पिन का कनेक्टर होते हैं जो हार्ड डिस्क और ROM को Power Supply देता है। इसमें लाल पीला कला रंग का वायर होता है।

SMPS के भाग (Part of SMPS in Hindi)

किसी भी SMPS के अन्दर कुछ मुख्य कंपोनेंट होते है जिनका अलग अलग कार्य होता है –

  • Rectifier – इसे डायोड भी कहते हैं, यह AC Power फिल्टर करके DC में बदलता है।
  • Transformer – Transformerआने वाले Voltage को कण्ट्रोल करता है।
  • Transistor – Power को Switch करने का काम करता है।
  • Heat Sink – ट्रांजिस्टर के गर्म होने पर Heat sink उसे ठंडा रखने का काम करता है।
  • Capacitor – voltage को निश्चित रखता है।
  • Fuse – प्रोटेक्शन का काम करता है।
  • Choke Coil – DC Current को Smooth करता है।

SMPS के फायदे (Advantage of SMPS in Hindi)

SMPS के फायदे निम्न प्रकार से हैं –

  • किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में SMPS लो पावर की कमी को आसानी से पूरा करता है।
  • SMPS डिवाइस के जरूरत के हिसाब पावर सप्लाई प्रदान करता हैं। 
  • यह आकार में छोटा और वजन में हल्का होता है।
  • SMPS का इस्तेमाल कंप्यूटर में होता हैं। 
  • SMPS आउटपुट वोल्टेज को बिल्कुल स्थिर रखता है जिससे उपकरण खराब नहीं होते है।
  • इसकी आउटपुट रेंज बहुत अधिक है।
  • SMPS की लोड लेने की क्षमता बहुत अधिक होती है।
  • SMPS का इस्तेमाल हाई पावर consumption वाले उपकरण में किया जाता है।

आखिरी शब्द:

दोस्तो आज इस गाइड में मैने आपको बताया SMPS Kya Hota Hai इस लेख को पढ़ने के बाद आपको एसएमपीएस के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी। यदि अभी भी आपके मन में SMPS को लेकर कोई सवाल है तो आप कमेंट कर सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं इस लेख से आपकी जरूर मदद हुई होगी अगर यह जानकारी आपको पसंद आई है तो आप इस पोस्ट को शेयर अवश्य करें।


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Filed Under: Technology

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