हनुमान जी को हिंदू धर्म में परम भक्त और भगवान शिव के अवतार के रूप में माना जाता है। उनके अनेक नाम हैं जो उनकी महिमा, उनके गुणों और कार्यों को दर्शाते हैं। हनुमान जी को उनके 1008 नामों से भी पूजा जाता है। हर नाम का विशेष अर्थ होता है जो उनकी शक्ति, वीरता, भक्ति और अद्वितीय गुणों को प्रतिबिंबित करता है। यहाँ हनुमान जी के कुछ प्रमुख नामों के बारे में चर्चा की जाएगी, जो उनकी अद्वितीय महिमा को उजागर करते हैं।
हनुमान जी के 1008 नामों में से कुछ प्रमुख नाम:
- हनुमान: यह नाम ‘हनु’ शब्द से आया है जिसका अर्थ है ‘जबड़ा।’ हनुमान जी का जबड़ा बाल्यकाल में इंद्र के वज्र से टूट गया था, जिससे उनका नाम हनुमान पड़ा।
- अंजनीसुत: हनुमान जी की माता का नाम अंजनी था, इसलिए उन्हें अंजनी का पुत्र या अंजनीसुत कहा जाता है।
- पवनसुत: हनुमान जी के पिता वायु देवता थे, इसलिए उन्हें पवनसुत कहा जाता है।
- मारुति: यह नाम भी उनके वायु देवता के पुत्र होने का प्रतीक है। ‘मारुत’ का अर्थ वायु होता है और हनुमान जी को मारुति कहा जाता है।
- बजरंगबली: हनुमान जी के शरीर का वर्ण वज्र के समान मजबूत था, इसलिए उन्हें बजरंगबली कहा जाता है।
- संकटमोचन: हनुमान जी को संकटों का नाशक माना जाता है। वे अपने भक्तों के सभी दुखों और संकटों को हरते हैं।
- महावीर: यह नाम हनुमान जी की अद्वितीय वीरता और पराक्रम को दर्शाता है। उन्होंने अनेक राक्षसों का विनाश किया और भगवान राम की सेवा में अद्वितीय साहस दिखाया।
- रामदूत: हनुमान जी को भगवान राम का दूत कहा जाता है, जिन्होंने सीता माता का पता लगाकर राम को संदेश दिया था।
- कपिराज: हनुमान जी वानरों के राजा भी कहे जाते हैं, क्योंकि वे वानर सेना के प्रमुख थे और उनके नेतृत्व में वानरों ने राम की सहायता की।
- शिवावतार: हनुमान जी भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं। शिव के अवतार रूप में उन्होंने पृथ्वी पर भगवान राम की सेवा की।
अन्य महत्वपूर्ण नाम:
- शूरवीर: महान योद्धा के रूप में उनकी वीरता के कारण।
- वज्रांग: उनका शरीर वज्र के समान कठोर था।
- अतुलितबलधाम: अपार शक्ति के धाम के रूप में।
- लंकाविध्वंसक: लंका को जलाने वाले के रूप में।
- रामप्रियम: भगवान राम के प्रिय भक्त के रूप में।
- सीताशोकविनाशक: सीता के शोक का नाश करने वाले।
- लक्ष्मणप्राणदाता: लक्ष्मण के प्राणों को बचाने वाले।
हनुमान जी के नामों का महत्व
हनुमान जी के इन 1008 नामों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी संकटों और बाधाओं का नाश होता है। उनकी महिमा इतनी व्यापक है कि उन्हें बल, बुद्धि, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह नाम उनके विभिन्न गुणों, कार्यों और भक्तों के प्रति उनकी कृपा को दर्शाते हैं।
हनुमान जी की भक्ति
हनुमान जी की भक्ति अद्वितीय मानी जाती है। वे भगवान राम के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं और उनकी सेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं। जब भगवान राम ने रावण से युद्ध में सीता माता को मुक्त कराया, तब हनुमान जी ने अद्वितीय साहस और भक्ति दिखाई। उनकी भक्ति निस्वार्थ और सच्ची है, यही कारण है कि वे राम भक्तों के बीच विशेष स्थान रखते हैं।
हनुमान जी के नामों का जाप
हनुमान जी के नामों का जाप करना विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार के दिन शुभ माना जाता है। यह जाप भक्तों को संकटों से मुक्ति दिलाता है और जीवन में सफलता की ओर ले जाता है। उनकी पूजा में ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसमें उनके नामों का वर्णन किया गया है।
निष्कर्ष:
हनुमान जी के 1008 नाम उनकी महिमा, भक्ति और अद्वितीय शक्ति का प्रतीक हैं। इन नामों का जाप भक्तों के जीवन में आने वाले सभी संकटों का नाश करता है और उन्हें सफलता, शांति, और समृद्धि की ओर ले जाता है। हनुमान जी की उपासना से भक्तों को शक्ति, बुद्धि, और साहस की प्राप्ति होती है।