एफिलिएट मार्केटिंग पैसा कमाने का एक ऐसा रास्ता है। जिसके जरिये एक ब्लॉगर किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट को अपने वेबसाइट के जरिये या फिर किसी और तरीके से sell करके कमीशन कमा सकता है।यहां जो भी कमीशन मिलता है वो product पर निर्भर करता है की वो किस type का product है। जैसे की fashion and lifestyle प्रोडक्ट पर ज्यादा और electronics product पर कम कमीशन मिलता है।
affiliate marketing करने के लिए आपके website या blog में ज्यादा traffic होना बहुत जरुरी होता है। इसके लिए आप के ब्लॉग या वेबसाइट पर कम से कम 5000 visitors per day होना चाहिए। अगर आपका website नया है और उस पर कम visitors आते हैं तो आपको ज्यादा मुनाफा नहीं मिलेगा। इसलिए बेहतर होगा की आप affiliate products को तभी अपने blog में लगायें जब आपके blog में visitors ज्यादा आने लगे।
एफिलिएट मार्केटिंग कैसे काम करता है?
Affiliate Marketing commission based business है। जब कोई कोई blogger या वेबसाइट owner इस program को join करता है, और प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने के लिए बैनर या लिंक को अपने blog या website पर अलग-अलग प्रकार से लगता है।
चूँकि उस blogger या website owner के sites में बहुत visitors रोजाना आते हैं। इसलिए ये मुमकिन है की उनमें से कुछ visitor दिखाए गए बैनर और लिंक को click करता है तो वह product based companies के websites में पहुँच जाता है । और वहां से कोई चीज़ खरीदता है या किसी service के लिए sign up करता है तो उसके बदले में वह affiliate कंपनी या organization उस blogger को commission प्रदान करती है।
एफिलिएट मार्केटिंग से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी।
1. Affiliates – Affiliates उन्हें कहा जाता है जो व्यक्ति किसी Affiliate program को join करके, उनके products को अपने sources जैसे की blog या website पर promote करते हैं।
2. Affiliate Marketplace – कुछ ऐसी companies जो अलग-अलग categories में Affiliate Programs offer करती हैं, उन्हें Affiliate Marketplace कहा जाता है।
3. Affiliate ID – यह एक unique ID होता है जो इस प्रोग्राम को sign up करने पर प्राप्त होता है। Affiliate Programs के द्वारा हर एक Affiliate को एक unique ID दी जाती है। जो Sales me जानकारियां जुटाने में help करती है। इसी ID की मदद से आप अपने Affiliate account में login करते है।
4. Affiliate link – ये उस link को कहा जाता है जो की affiliates को product promotiong करने के लिए provide किया जाता हैं। इन links को click करके ही Visitors affiliate product के website पर पहुँचते हैं।
5. Commission – एक successful selling हो जाने के बाद जो Amount हमे मिलती है उसे commission कहा जाता है। यह commission amount sale का कुछ percent प्रदान करती है।
6. Link Clocking – अक्सर Affiliate links लंबे और दिखने में थोड़े अजीब लगते है। इसके लिए ऐसे links को URL shortners का उपयोग से छोटा कर दिया जाता है जिसे की Link Clocking कहते हैं।
7. Affiliate मैनेजर – कुछ Affiliate programs में Affiliates की मदद के लिए और उन्हें सही सुझाव (टिप्स) देने के लिए कुछ व्यक्ति नियुक्त किये जाते है। जिन्हें Affiliate मेनेजर कहा जाता है।
8. Payment Mode – Payment पाने की तरीके को Payment Mode कहते हैं। इसका अर्थ है की वह माध्यम जिसके द्वारा आपको आपकी commission दी जायेगी। अलग-अलग Affiliates अलग-अलग modes offer करते हैं। जैसे कि cheque, wire transfer, PayPal इत्यादि।
एफिलिएट मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए
आज के वक़्त में affiliate marketing से बहुत से blogger जुड़े हुए हैं और अच्छी खासी income भी कर रहे हैं। affiliate market blog के जरिये पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है। Affiliate marketing से income करने के लिए हमें कोई भी एक affiliate program में जाकर register करना होगा। Register करने के बाद उनके द्वारा दिए गए ads और products के link को हमें अपने blog पर दिखाना होगा। हमारे blog पे आने वाला कोई भी visitors यदि दिखाए गए ad पर click करके product को खरीदता है तो हमें कंपनी के तरफ से उस प्रोडक्ट का commission मिलेगा।
internet पर ऐसे बहुत से कंपनी है जो affiliate program ऑफर करती जैसे की amazon, flipkart, snapdeal, GoDaddy, etc. ऐसे सभी तरह के कंपनी affiliate program ऑफर करती है। जिसमे आप register करके कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं और उनके products को अपने blog के माध्यम से sell करा कर बहुत पैसे कमा सकते हैं।
Affiliate Program से Payment कैसे मिलती है?
ये अलग अलग affiliate program पर depend करता है की वो अपने affiliates को payment देने के लिए कौन से method का उपयोग करते हैं। लगभग सभी program payment के लिए bank transfer और PayPal का इस्तेमाल करते हैं।
Affiliate program में ऐसे कुछ terms & condition होते हैं जिनके आधार पर affiliates को commission दिया जाता है जैसे कि CPM , CPS , CPC
1) CPM (Cost Per 1000 impressions) – ये वह amount है जो product के मालिक द्वारा affiliate बैनर या affiliate link को ब्लॉग पर दिखाए गए view का commission देता है।
2) CPS (Cost Per Sale) – ये amount affiliate को तब मिलता है जब उसके blog के visitor products को खरीदता है। जितने ज्यादे लोग products को खरीदेंगे उसके base पर हर एक purchase पर affiliate को commission मिलता है.
3) CPC (Cost per click) – यह वो commission है जो blog पर लगाये हुए advertisement, text, banner पर click का पैसा देता है।
Popular Affiliate Marketing sites कौन-कौन सी है ?
Internet पर वैसे तो बहुत सारे affiliate marketing companies उपलब्ध है। लेकिन मैं आज आपको कुछ popular और best companies के बारे मे बताऊंगा जो ज़्यादा commission प्रदान करती हैं।
किसी भी affiliate program को join करने से पहले आपको उस program से सम्बंधित सभी जानकारी को प्राप्त कर लेना चाहिए। यदि आप किसी company के affiliate marketing program के विषय में जानना चाहते हैं तब आप किसी भी search engine में company के नाम के आगे affiliate लिख कर search करे। अगर उस कंपनी का affiliate program होगा तो search results में ओपन हो जाएगा।
Best Affiliate Marketing Sites :
1. Amazon Affiliate
2. Snapdeal Affiliate
3. Clickbank
4. Commision Junction
5. eBay
Affiliate Marketing को join कैसे करें?
अगर आप कोई भी Affiliate Marketing Sites को join करना चाहते हैं तब ये आप बड़ी ही आसनी से कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ steps को flow करना होगा।
सबसे पहले तो आप जिस कंपनी का affiliate program join करना चाहते है उसके affiliate page में जाए।मान लीजिए यदि आपको amazon affiliate join करना है तो आपसे कुछ ज़रूरी जानकारी पूछी जाती है जैसे की
Name
Address
Email Id
Mobile Number
Pancard Detail
Blog/Website Url ( जहां आप कंपनी के product promote करेंगे)
Payment Details ( जहां आप चाहते हैं की आपकी सारी earning भेजी जायगी )
सभी जानकारी ठीक से भर देने के बाद जब आप register कर लेते है तो कंपनी आपके blog को check करने के बाद आपको confirmation mail send करती है। Register करने के बाद जब आप login करेंगे तो आपके सामने एक dashboard आयेगा जहां पर आपको products को choose करके उसके affiliate link को copy कर लेना होता है।उसके बाद उस लिंक को अपने blog/site या फिर social media पर share करना होता है। जिससे लोग उस product को खरीद सके।
Affiliate Program join करने से पहले इन चीज़ों का ख्याल रखें
जब आप कोई नया Affiliate Program join करना चाहते है तो आपको कुछ चीज़ों का पहले ही ख़ास ख्याल रखना चाहिए. चलिए इसके विषय में जानते हैं : –
उसमें क्या banners available हैं।
Promotional matter में क्या सुविधा उपलब्ध है।
Affiliate control panel है या नहीं ?
Minimum payout कितनी है।
Payment method क्या-क्या हैं।
Tax form की जरुरत होती है या नहीं?
इन सभी factors के बारे में पहले से जानने में ही आपकी भलाई है क्यूंकि इनसे आपको उनके विषय में बहुत कुछ जानने को मिलेगा जो की आपको ये decide करने में मदद करेगा की क्या आप इन particular products को promote करने के लिए तैयार है भी या नहीं।
उदहारण के लिए अगर आप कोई seasonal product select करते हैं और उनकी minimum payout करीब $1000 हैं तब आपको ये sure होना पड़ेगा की क्या आप ये target उस particluar season में पूरा कर सकते हैं या नहीं ?
तो कुछ ऐसी ही जरुरी बातो का ख्याल रखना होगा वरना आप का कीमती समय बेकार भी हो सकता है।
अपने आज सीखा –
ये था एफिलिएट मार्केटिंग क्या है ? और इससे पैसे कैसे earn किया जाता है ?
आशा करता हूँ आपको ये लेख पसंद आया होगा।मेरे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter जैसे social media पर share कीजिये।
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