Iraq Ki Rajdhani Kya Hai
ईराक की राजधानी बगदाद है। यह ईराक का सबसे बड़ा शहर है और उसका प्रमुख सांसदीय केंद्र है। बगदाद ईराक के मध्य भाग में तिग्रिस नदी के किनारे स्थित है। यह इतिहास में महत्वपूर्ण शहर रहा है और इसका निर्माण 8वीं सदी में किया गया था।
बगदाद एक प्राचीन शहर है जो इस्लामिक सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। यहां परवरदिगार अल मामून द्वारा बनवाई गई दुनिया की सबसे पुरानी विश्वविद्यालय आल रशीद उपनगर भी स्थित है। इसके अलावा, यहां पर इमाम मुस्तफा मोस्क और खलीफा राशिद मस्जिद जैसे धार्मिक स्थल भी हैं।
बगदाद ईराक की प्रशासनिक, आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है। यहां बगदाद नेशनल म्यूजियम, बगदाद समुद्र जीवनाश्रय, और अन्य पर्यटन स्थल हैं जो दर्शनीयताओं को आकर्षित करते हैं।
हालांकि, ईराक के पास इधर-उधर के सुरक्षा मुद्दों के कारण बगदाद में सुरक्षा समस्याएं भी हैं। यहां अवैध हथियारों की आपूर्ति और अधिकारियों के खिलाफ हमलों के बारे में चर्चाएं होती रहती हैं। यहां कई अन्य समस्याएं भी हैं जो शहर के विकास को प्रभावित करती हैं।
इराक का भौगोलिक वर्णन
ईराक, वेस्ट एशिया में स्थित एक देश है जो पश्चिमी एशिया के दक्षिणी हिस्से में स्थित है। इसकी सीमाएँ अन्यान्य देशों से घिरी हुई हैं। इराक का कुल क्षेत्रफल लगभग 4,17,000 वर्ग किलोमीटर है। यह ईरान, कुवैत, सऊदी अरब, जॉर्डन, सीरिया, और तुर्की से सीमित है। इराक के उत्तर में तुर्की है, पश्चिम में सीरिया और जॉर्डन है, और दक्षिण में सऊदी अरब और कुवैत है। पूर्व में ईरान से इराक की सीमा है।
ईराक का तटरेखा बगदाद के पश्चिम में पाससियारी नदी से शुरू होता है और उत्तरी खालीज की ओर फैलता है। ईराक के मुख्य नदी तिग्रिस और यूफ़्रेटीस हैं, जो देश के मध्य भाग से बहते हैं। इन नदियों के बीच का क्षेत्र फ़्लैच प्लेन के रूप में जाना जाता है, जो ईराक की मुख्य कृषि क्षेत्र है। दक्षिणी ईराक में फ़्लैच प्लेन ग्रीक किंगडम मेसोपोटामिया का केंद्र था और विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक, सुमेरी सभ्यता की उत्पत्ति हुई।
ईराक के उत्तरी हिस्से में पहाड़ी क्षेत्र है, जो जबल हमरीन रेंज के रूप में जाना जाता है। यहां की सबसे ऊँची चोटी माउंट जबला जब्बार है, जिसकी ऊँचाई लगभग 3,600 मीटर है। इराक में देश के मध्य भाग से उत्तर और पश्चिम की ओर कुछ मरूस्थली भी है।
ईराक का जलवायु अकड़ता है और यह गर्मी के मौसम का बाधक अनुभव करता है। सबसे गर्म महीना जुलाई और अगस्त होते हैं, जब औसत तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम शीतकालीन महीनों में मितव्यंगता का माहौल बनता है, जब औसत तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे जा सकता है। वर्षा ज्यादातर नदी क्षेत्रों में ही होती है, जब तिग्रिस और यूफ़्रेटीस के जलधारा बढ़ जाते हैं।
इराक का इतिहास
ईराक का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसे सियासी, सांस्कृतिक और धार्मिक घटनाओं का साक्षी माना जाता है। ईराक क्षेत्र में पुरातत्विक खजाने मिले हैं, जिनमें सुमेर, बाबिलोन, अश्शूरिया और खलदी सभ्यताओं की शामिल हैं।
सुमेर सभ्यता (3500 ईसा पूर्व – 2000 ईसा पूर्व) ईराक के मध्य और दक्षिणी हिस्से में स्थित थी। यह एक प्राचीन सभ्यता थी और इसे विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक माना जाता है। सुमेरी लोगों ने उपनगर और पहाड़ी किलों का निर्माण किया, और वे गणना और प्रशासनिक प्रणाली विकसित करने में माहिर थे। इसके बाद बाबिलोन सभ्यता (2000 ईसा पूर्व – 500 ईसा पूर्व) ने प्रमुखता प्राप्त की। बाबिलोन सभ्यता में राजा हम्मुराबी ने अपने कानूनी संहिता के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की।
इराक का अश्शूरिया साम्राज्य (2000 ईसा पूर्व – 612 ईसा पूर्व) उत्तरी ईराक क्षेत्र में स्थित था और यह सभ्यता युद्ध और साम्राज्य के क्षेत्र में प्रसिद्ध थी। अश्शूरियाई राजा निनवेशर, शालमानेसर और अश्शूरबनिपाल के शासनकाल में यह साम्राज्य अपनी गरिमा के चरण पर था।
612 ईसा पूर्व पर, नबूपोलसर द्वारा चाल्दी साम्राज्य की स्थापना हुई, जिसे नबूकदनेसर द्वारा आगे बढ़ाया गया। ईराक उत्तरी मेसोपोटामिया में पर्षियन साम्राज्य की स्थापना (550 ईसा पूर्व) के बाद, जिसे दारियूश द्वारा चिढ़ाया गया।
ईसा पूर्व 3वीं सदी में, ईराक इस्लामी सभ्यता के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकसित हुआ। इसके बाद, अल मामून द्वारा ईराक में अब्बासीयों का साम्राज्य स्थापित किया गया। इसके बाद कई मुस्लिम साम्राज्यों ने इस क्षेत्र पर शासन किया, जिसमें सल्जूक, ममलूक, और अकबर की साम्राज्य की घटनाएं शामिल हैं।
20वीं सदी में, ब्रिटिश शासनकाल में ईराक ब्रिटिश मांगल में आया, और 1932 में ईराक एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। बाद में, ईराक ने बगदाद पट्टन के कारण विश्व सार्वभौमिक ध्येय में शामिल हो गया।
2003 में, ईराक के राष्ट्रीय सुरक्षा पर बहुसंख्यक संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्यों द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्णय के आधार पर अमेरिका ने ईराक पर हमला किया। हमले के पश्चात ईराक में संकट और आराम के साथ आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति का सामना करना पड़ा।
इराक की संस्कृति
इराक एक प्राचीन और समृद्ध संस्कृति का घर है, जिसमें अनेक विभिन्न संस्कृतियों का मिश्रण है। इसकी संस्कृति को मूल रूप से मसीही सन् ४,००० से पहले वापस जाता है, जब इस क्षेत्र में सुमेरियाई सभ्यता उद्भव हुई। इसके बाद यहां पर्षियाई, अस्सीरियाई, बाबिलोनियाई, यूरोपीय और इस्लामी संस्कृति के प्रभाव के तहत विकसित हुई।
इराकी संस्कृति में कला, साहित्य, गीत, नृत्य, संगीत, शिल्पकारी, सज्जा, खाद्य, तालिका, रंगमंच, तथा वास्तुकला जैसे कई क्षेत्रों में विशेषज्ञता दिखती है। अभिव्यक्ति के रूप में नगरीय एवं ग्रामीण संगीत, नृत्य, और अनुवादित साहित्य काफी महत्वपूर्ण हैं। इराकी गायन का मुख्य तालीम अरबी संगीत का हिस्सा है, जिसमें मकाम (राग) एवं मूषिकी (रचनात्मक संगीत) की प्रथाएं शामिल होती हैं।
इराकी संगीत में तार, उड, कवाल, नाई, संजाय, खान्जरी, तबला, धोल, और तबल जैसे वाद्य यंत्रों का प्रयोग होता है। यहां की वास्तुकला में अगरकंठा और मोसूली घराने के विशेष उदाहरण हैं।
इराकी संस्कृति में खाद्य भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां के लोकप्रिय व्यंजनों में बिरयानी, कुजि, कबाब, फलाफेल, हम्मुस, और बक्लावा शामिल हैं।
इराक की संस्कृति इतिहास, धार्मिक और सामाजिक पाठ्यक्रम, कला, साहित्य, और परंपरागत पहनावे के माध्यम से व्यक्ति के जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है। इसकी विशेषताएं, भूमिकाएं और विविधताएं इराक को एक अनुपम और रोचक संस्कृतिक विरासत के रूप में समृद्ध करती हैं।
इराक का क्षेत्रफल और जनसंख्या
इराक, वेस्ट एशिया का एक देश है जो अरबी खाड़ी के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। इसका क्षेत्रफल लगभग 4,68,000 वर्ग किलोमीटर (1,80,000 वर्ग मील) है।
इराक की जनसंख्या के बारे में, यह एक विशाल देश है जिसमें अलग-अलग गणराज्यों, शहरों और क्षेत्रों की आधार पर आंकड़ों में थोड़ी भेदभाव हो सकता है। अनुमान के मुताबिक, 2021 के अंत में इराक की आधिकारिक जनसंख्या लगभग 4 करोड़ 1 लाख थी।
इराक में जनसंख्या के मामले में कुछ स्थानीय वार्ड और गणराज्यों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है, जबकि अन्य क्षेत्रों में गतिशीलता थोड़ी हो सकती है। यहां यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि मेरे पास वर्तमान तिथि की नहीं है और जनसंख्या आंकड़ों में परिवर्तन हो सकते हैं। इसलिए, नवीनतम आंकड़ों की जानकारी के लिए आपको संबंधित सरकारी स्रोतों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों का संदर्भ लेना चाहिए।
इराक की आर्थिक परिस्थिति
इराक की आर्थिक परिस्थिति प्रतिष्ठित तथा संकटमय दोनों हो सकती है। दौरे-बाजार तथा अर्थव्यवस्था को विपरीत दिशा में प्रभावित करने वाले कई कारक हैं, जिनमें संघर्ष, युद्ध, आंतरविरोध, राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक अनिश्चितता, और भ्रष्टाचार शामिल हैं। इसके अलावा, इराक को अपनी पेट्रोलियम उद्योग के विपरीतता तथा अर्थव्यवस्था की अधिकतम रूप से पेट्रोलियम निर्यात पर निर्भरता का भी सामना करना पड़ता है।
इराक एक पेट्रोलियम धानी देश है और उसकी अर्थव्यवस्था पेट्रोलियम निर्यात पर अधिकतम रूप से निर्भर है। पेट्रोलियम के मूल्य में अस्थायी और स्थायी परिवर्तनों के कारण, इराक की आर्थिक स्थिति विपरीत अस्थिरता के अधीन हो सकती है। इसके अलावा, देश को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के पुनर्निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी मुख्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
इराक की सरकार और अर्थव्यवस्था को आर्थिक सुधारों, स्थायी निवेश, वित्तीय सुधारों, दूसरे उद्योगों में विविधिकरण, और देश की आर्थिक विकास के लिए गठबंधनों की आवश्यकता हो सकती है।
इराक के मुख्य शहर
इराक के मुख्य शहर बगदाद (Baghdad) है। यह देश की राजधानी है और इराकी संविधानिक, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है। बगदाद तिग्रिस नदी के किनारे स्थित है और यह दरियाई नदी की नगरी है जिसे पुराने बगदाद के रूप में भी जाना जाता है।
इराक में कुछ अन्य महत्वपूर्ण शहरों में मोसूल (Mosul), बासरा (Basra), अरबील (Erbil), नाजफ (Najaf), करबला (Karbala), सुलेमानिया (Sulaymaniyah), रामादी (Ramadi), कुत (Kut), और नासिरिया (Nasiriyah) शामिल हैं।
ये शहर समाज, वाणिज्यिकता, और आर्थिक गतिविधियों के केंद्र हैं और विभिन्न क्षेत्रों में विशेष महत्व रखते हैं, जैसे कि वित्तीय सेवाएं, निर्माण, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और पर्यटन।
इराक में किस धर्म के लोग रहते है?
इराक में कई धर्मों के लोग रहते हैं, लेकिन बड़े अंतर से सुन्नी मुस्लिम (Sunni Muslim) और शिया मुस्लिम (Shia Muslim) समुदाय आपस में प्रमुखता रखते हैं। दूसरे मुस्लिम समुदाय जैसे कि कुर्द (Kurds), येजीदी (Yazidi), शबाकी (Shabaki), ककाई (Kaka’i), और अलावी (Alawi) भी मौजूद हैं।
इराक में अलग-अलग धर्मों के लोग समाज के हर क्षेत्र में अपनी स्थिति रखते हैं, जैसे कि राजनीति, सामाजिक व्यवस्था, शिक्षा, और सांस्कृतिक गतिविधियां। हालांकि, इराक के लोग भी धार्मिक आदर्शों के आधार पर बहुत समझदार और सद्भावपूर्ण तरीके से एक साथ रहते हैं।
इराक की भाषा क्या है?
इराक की मुख्य और आधिकारिक भाषा अरबी है। अरबी भाषा इराक में बोली जाती है और देश की सरकारी दस्तावेज़ों, संविधान, और संचार के माध्यम के रूप में भी प्रयोग होती है। इराक में अरबी के विभिन्न लोक भाषाओं के भी उपयोग होते हैं, जिनमें कुर्दी, सीमी, शबाकी, येजीदी, और अलावी शामिल हैं।
कुर्दी भी इराक की मान्यता प्राप्त और स्थानीय भाषा है, जिसे कुर्दी लोगों द्वारा उत्पन्न राज्यों में बोला जाता है। हालांकि, अरबी भाषा व्यापक रूप से बोली जाती है और इराक की सामान्य जनता के बीच संचार का मुख्य माध्यम है।
इराक की मुद्रा क्या है?
इराक की मुद्रा “इराकी दीनार” (Iraqi Dinar) है। इराकी दीनार (IQD) इराकी राष्ट्रीय मुद्रा है और इसका संकेत “IQD” है। इराकी दीनार को मुद्रा चलाने के लिए इराकी संविधानिक निगरानी के तहत इराकी सेंट्रल बैंक (Central Bank of Iraq) द्वारा जारी किया जाता है। इराकी दीनार का मूल्य छोटे नकदी मुद्राओं (फिल्स) और बड़े नकदी मुद्राओं (दीनार) में विभाजित होता है।
इराक के बारे के रोचक जानकारी
यहाँ कुछ इराक के बारे में रोचक जानकारी दी गई है:
1. पुराना इतिहास: इराक का क्षेत्रफल मेसोपोटामिया क्षेत्र में स्थित है, जिसे पुराने समय में मेसोपोटामिया के नाम से जाना जाता था। यह इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है और इसे आदिकाल से ही विभिन्न सभ्यताओं का घर माना जाता है।
2. एक प्राचीन सभ्यता का जन्मस्थान: मेसोपोटामिया क्षेत्र ने संगठित नगरीय जीवन की प्रारंभिक रूपरेखा की शुरुआत की, जहां पहली नगरी सभ्यताएं उभरीं, जैसे कि सुमेरी, अक्कादी, बाबिलोनी, और अस्सीरियन सभ्यता।
3. इतिहासी महत्व: इराक ने इतिहास के लंबे समय तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां पर्याप्त मात्रा में पुरातत्विक धरोहर, ऐतिहासिक स्थल और मंदिर हैं, जैसे कि उर (Ur), निंवेव (Nineveh), हट्रा (Hatra), निप्पुर (Nippur) और बाबिल (Babylon)।
4. मशहूर मंदिर: इराक में दुनिया भर से पर्यटकों का आकर्षण हैं कई मशहूर मंदिर हैं। उदाहरण के लिए, खुरे बौबनी (Khorsabad) में अस्सीरियन सम्राट सर्गन II का प्रमुख मंदिर है, जिसे खुरे बौबनी के प्रसिद्ध सांख्यिकीय मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।
5. कला और सांस्कृतिक विरासत: इराक की सांस्कृतिक विरासत में मशहूर कला, शिल्पकारी, लेखन और संगीत शामिल है। मुदी, बगदाद म्यूजियम, और नाष्रीयत के बगदाद दौरान बने मंदिर आदि कला के उदाहरण हैं।
6. विशेष प्राकृतिक समृद्धि: इराक एक प्राकृतिक समृद्ध देश है जिसमें खनिज संसाधन, जैसे कि पेट्रोलियम, गैस, चांदी, सोना, और स्वादिष्ट फल और सब्जियां शामिल हैं।
ये सभी तत्व इराक को एक रोचक और ऐतिहासिक देश बनाते हैं, जिसमें उसकी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत निहित है।
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