आज इस आर्टिकल के जरिए मैं आपको शेयर मार्केट के बारे में बताने जा रहा हु। अभी बहुत से ऐसे लोग है जो जानना चाहते है शेयर मार्केट क्या होता है, शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलते है, शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाते है। अगर आपको भी नही पता है शेयर मार्केट क्या है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए है। आज इस आर्टिकल में मैं आपको शेयर मार्केट से जुड़ी सभी जानकारी को डिटेल में बताऊंगा।
शेयर मार्केट क्या हैं?
Share Market या Stock Market एक ऐसी जगह हैं जहाँ listed companies के शेयर्स स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से ख़रीदे और बेचे जाते हैं। आसान शब्दों में कहें तो आप शेयर मार्केट में ब्रोकर के जरिए किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद कर आप उसके हिस्सेदार बन सकते है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए किसी कंपनी के 1 लाख शेयर है उसमे से आपने 10,000 शेयर खरीद लिए तो आप उस कंपनी में 10% के हिस्सेदार हो जायेंगे। और जब भी वह कंपनी मुनाफा (लाभ) करेगी तो आपको उसमे से 10% की हिस्सेदारी मिलेगी।
डिमैट अकाउंट क्या हैं (What is Demat Account)
अगर आप शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहते है तो सबसे पहले आपको डीमैट अकाउंट ओपन करना होगा। डिमैट अकाउंट हमारे शेयर्स को स्टोर रखने के काम आता हैं। यह बैंक अकाउंट की तरह काम करता हैं। डीमैट अकाउंट के जरिए आप कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते है।
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पॉपुलर apps
आप Zerodha या Grow पर अकाउंट बनाकर शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करके लाभ कमा सकते है। यह दोनो ऐप इंडिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते है। क्योंकि यह अपने यूजर को ऑनलाइन सपोर्ट प्रदान करती है। आप सीधे नीचे लिंक पर क्लिक करके Zerodha या Grow पर अपना डीमैट अकाउंट रजिस्टर्ड कर सकते है।
Zerodha:- OPEN ACCOUNT
Grow:- OPEN ACCOUNT
डिमैट अकाउंट के लिए आपको निम्न डॉक्यूमेंटस की आवश्यकता होगी –
- पैन कार्ड
- बैंक अकाउंट
- आधार कार्ड
- बैंक स्टेटमेंट
डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आप अपने बैंक से डीमैट अकाउंट में पैसे भेजकर किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद सकते है। और जब कंपनी मुनाफा करे तो आप खरीदे हुए शेयर को बेचकर मुनाफा (लाभ) कमा सकते है। और फिर आप अपने पैसे वापस अपने बैंक अकाउंट में ट्रासंफर कर सकते हैं।
शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें?
डीमैट अकाउंट बनाने के बाद अब बात आती है की शेयर मार्केट में पैसा कब लगाना चाहिए। तो सबसे पहले शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले आपको बहुत रिसर्च करना होता है और पता लगाना होता है की शेयर का दाम बढ़ा है या गिरा है। उसके बाद ही किसी भी शेयर को खरीदना होता है। अगर आप बिना रिसर्च किए स्टॉक मार्केट में निवेश करते है तो यह बहुत रिस्की हो जाता है। Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप economic times जैसे newspaper पढ़ सकते हैं।
Shares से लाभ किस प्रकार प्राप्त होता है?
शेयर मार्केट से लाभ करने के कई सारे तरीके है। आप किसी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीद कर रखे और जब कंपनी ग्रो होगी तब उस कंपनी की शेयर प्राइस भी बढ़ेगी। तब आप उस कंपनी के शेयर को बेच कर लाभ कमा सकते है।
उदाहरण के लिए आपने किसी कंपनी का शेयर 1000 रुपए में खरीदा और 2 महीने बाद जब शेयर की प्राइस 1500 रुपए हो जाए तब आप उस शेयर को बेचकर 500 रुपए ज्यादा लाभ कर सकते है।
इसके अलावा Equity Shareholders को कंपनी के द्वारा समय-समय पर डिविडेंड का भुगतान किया जाता है। कभी-कभी कंपनी द्वारा बोनस शेयर, राइट शेयर भी इशू किए जाते हैं।
निफ़्टी 50 क्या हैं (What is NIFTY)
NIFTY 50 सेंसेक्स की तरह एक इंडेक्स हैं। जहा NSE की टॉप 50 कंपनी लिस्ट रहती है। इन 50 बड़ी कंपनियों के अनुसार ही पता चलता है स्टॉक मार्केट की पोजिशन कैसी है मतलब अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं।
Intraday Trading क्या होती हैं?
Intraday ट्रेडिंग में आपको एक ही दिन में शेयर को buy sell करना होता है। Intraday ट्रेडिंग बहुत ही रिस्की होता है अगर आपके पास शेयर मार्केट के बारे में अच्छा नॉलेज न हो तो मुनाफे के जगह आपका लॉस हो जायेगा। इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत ज्यादा रिस्की होती है इसलिए नए निवेशकों से मेरी सलाह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग से दूर रहे।
Bull मार्केट क्या होता है
जब शेयर मार्केट में सभी शेयर के दाम बढ़ रहा हो या बढ़ने वाला हो तो उसे Bull Market कहा जाता है।
Bear Market क्या होता है
जब शेयर मार्केट में शेयर के दाम गिरने लगे तो इसे Bear Market कहा जाता है। इस समय अधिकतर शेयर्स के दाम के अच्छी-खासी गिरावट देखी जाती है।
सेंसेक्स क्या हैं (What is Sensex)
सेंसेक्स एक तरह का सूचकांक या इंडेक्स है जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को दर्शाता है। सेंसेक्स पूरे BSE मार्केट का प्रतिनिधित्व करता है। यह निवेशकों को Share Market के रुझान का एक अंदाजा देता है जैसे कि शेयर मार्केट ऊपर जा रहा है या नीचे। सेंसेक्स BSE की 30 सबसे बड़ी मार्केट केपीटलाइजेशन वाली कंपनियों से मिलकर बना होता है। ये कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Share की प्राइस ऊपर-नीचे क्यों होती हैं?
Share की प्राइस उसकी डिमांड के ऊपर निर्भर करती है यदि निवेशक किसी शेयर को ज्यादा बेच रहे हैं तो इस स्थिति में उस शेयर का प्राइस नीचे गिरेगी। और यदि किसी शेयर के sellers कम है और buyers अधिक है तो इस स्थिति में शेयर की प्राइस में वृद्धि होगी।
किसी भी शेयर की प्राइस हमेशा Buyers और Sellers की बिड्स से तय होती है इसके अलावा कंपनी का वैल्यूएशन, कंपनी की वित्तीय स्थिति, लाभ-हानि का कम-ज्यादा होना शेयर की प्राइस को ऊपर-नीचे करता रहता हैं।
निष्कर्ष – शेयर बाजार पैस्सिव इनकम बनाने का एक अच्छा जरिया हैं। इसलिए आज इस आर्टिकल में मैने शेयर मार्केट से जुड़ी सभी बेसिक जानकारी को आपके साथ साझा किया है। उम्मीद करता हु यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको शेयर मार्केट के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी हो गई होगी जैसे, शेयर मार्केट क्या है, शेयर मार्केट कैसे काम करता है, शेयर बाजार में शेयर कब खरीदना चाहिए आदि।
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