नमस्कार दोस्तो, आज इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे है Digital Camera क्या है और कैसे काम करता है? कैमरा एक लैटिन भाषा का शब्द है Camera Obscura से लिया गया है जिसका मतलब Dark Chamber होता है। आज से पहले पहले डिजिटल कैमरा की जगह एक फिल्म रोल का इस्तेमाल किया जाता था फोटो को कैप्चर करने के लिए।
ये फिल्म रोल एक फोटोग्राफी कैमरा में लगाकर फोटो को कैप्चर किया जाता था। फिल्म रोल को नेगेटिव के नाम से भी जाना जाता था। शायद आप में से कई लोगो को फोटोग्राफी कैमरा के बारे में पता होगा। जिसमे एक नेगेटिव रील लगाकर फोटो खींचकर अपनी यादों को कैप्चर किया जाता था। इस नेगेटिव रील को कोडक कंपनी या फुजिफिल्म जैसे कंपनी बनाया करती थी।
एक बार फोटोग्राफी कैमरा में नेगेटिव रील डालने के बाद 120 से लेकर 200 इमेजेस कैप्चर की जा सकती थी। इस रोल को कैमरा में डालने के बाद जब फोटो खींचने के लिए कैमरा में कैप्चर बटन को क्लिक किया जाता था तब एक नेगेटिव यूज़ हो जाती थी।
इसलिए लोग बेवजह फोटो खींचने से बचते थे क्योंकि उस वक्त फोटो खिंचवाना बहुत महंगा होता था। यदि किसी कारण से आप गलत शॉट कैमरा में ले लिए तो नेगेटिव ख़राब और पैसे का नुकसान होता था। पहले फोटोग्राफी रील की कीमत बहुत ही ज्यादा होती थी। इस एक आम इंसान एफोर्ड नही कर सकता था।
लेकिन दुनिया में समय के साथ साथ बहुत सारे नए टेक्नोलॉजी का आविष्कार हुआ जिसमे से एक डिजिटल कैमरा भी है। डिजिटल कैमरा में फोटो खींचने के लिए किसी भी प्रकार की कोडक रील डालने की जरूरत नहीं होती है। इस डिजिटल कैमरा की खोज लगभग 1975 के दशक में हो चुकी थी। दुनिया के पहले डिजिटल कैमरे का अविष्कार Steven Sasson (स्टीवन सैसन) ने किया था।
डिजिटल कैमरा में आप हजारों फोटो खींच सकते है। इसके लिए किसी भी रील की जरूरत नहीं पड़ती है। बस डिजिटल कैमरा से फोटो खींचने के लिए आपके मेमोरी कार्ड में जगह होनी चाहिए। स्मार्टफोन के क्रांति के बाद फोटो लेना एक आम सा बात हो गया है।
क्योंकि अभी लगभग सभी छोटे बड़े फोन में डिजिटल कैमरा देखने को मिल जाता है जिससे लोग आसानी से अपनी फोटो को खींचकर अपने सोशल प्रोफाइल जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर आदि पर शेयर करते रहते है।
यहां तक पोस्ट पढ़ने के बाद आपको डिजिटल कैमरा के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी हो चुकी होगी। चलिए अब हम आपको बताते है डिजिटल कैमरा काम कैसे करता है..
Digital Camera Kya Hai
एक डिजिटल कैमरा एक कैमरा है जो डिजिटल इमेज बनाता है। हम इस डिजिटल इमेज को कंप्यूटर में स्टोर करके स्क्रीन पर डिस्प्ले कर सकते हैं। आसान शब्दों में कहें तो यह एक ऐसा कैमरा होता है जो इमेज और विडियो को डिजिटल फोर्मेट में कैप्चर करता है।
डिजिटल कैमरे को डिजीकैम भी कहा जाता है। डिजिटल कैमरों से फोटो डिजिटल मेमोरी में संग्रहीत होते हैं। आज ज्यादातर कैमरे सिर्फ डिजिटल कैमरे हैं। डिजिटल कैमरा फोटो कैप्चर तथा वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक इमेज सेंसर का उपयोग करता है।
Digital Camera में फोटोज और विडियो को स्टोर करने के लिए मेमोरी कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे बाद में आप कंप्यूटर लैपटॉप या किसी अन्य डिवाइस में ट्रांसफर कर सकते है। डिजिटल कैमरे में Capture फोटो या विडियो को अपनी आवश्यकतानुसार Delete भी किया जा सकता है।
डिजिटल कैमरा का सबसे अच्छा उदाहरण फोन में लगे कैमरा है तथा DSLR कैमरा है।
Digital Camera का इतिहास (History of Digital Camera in Hindi)
दुनिया में सबसे पहले NASA के एयरोस्पेस इंजीनियर Eugene F. Lally ने 1961 में प्रोपल्शन लेबोरेटरी में डिजिटल कैमरा का संकल्पना रखा था। लेकिन कुछ 15 साल बाद स्टीवन सैसन ने दुनिया का पहला डिजिटल कैमरे का आविष्कार किया। स्टीवन सैसन ईस्टमैन कोडक में इंजीनियर थे। उन्होंने इस कैमरे में CCD (चार्ज कपल्ड डिवाइस) इमेज सेंसर का इस्तेमाल किया है।
पहला डिजिटल कैमरा कोडक फैक्ट्री के आसपास किट और बचे हुए हिस्सों का उपयोग करके बनाया गया था। इस डिजिटल कैमरा में Solid-State CCD इमेज सेंसर का प्रयोग किया गया था। इस कैमरे से फोटो कैप्चर करने में 23 सेकंड का समय लगता था। तथा इसे ब्लैक एंड व्हाइट फोटो कैप्चर होता था। इस कैमरे का आकार ब्रेडबॉक्स के आकार जैसा था।
Digital Camera का आविष्कार किसने किया ?
दुनिया का पहला डिजिटल कैमरा का आविष्कार 1975 में, ईस्टमैन कोडक इंजीनियर स्टीव सैसन ने किया था। इस कैमरे का वजन लगभग 3.6 किग्रा था। इस कैमरे से उन्होंने से दिसंबर 1975 में सबसे पहले अपनी तस्वीर खींची थी। इस फोटो को कैप्चर करने में कैमरा को 28 सेकंड का समय लगा था।
Digital Camera का विकास का समयरेखा (Digital camera in Hindi)
समय के साथ साथ डिजिटल कैमरा में तकनीकी रूप से कई सारे सुधार किए गए तथा डिजिटल कैमरा समय के साथ और भी एडवांस होता चला गया। डिजिटल कैमरों के इमेज सेंसर MOS तकनीक (मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर) पर आधारित होते हैं। फुजीफिल्म ने 1970 के दशक में सीसीडी तकनीक, पहला डिजिटल कैमरा विकसित करना शुरू किया जिसके बारे में नीचे हमने आपको बताया है –
1988 Fuji Fujix DS-1P
Fujifilm के Fujifilm DS-1P डिजिटल कैमरे का जर्मनी में 1988 में Photokina Show में अनावरण किया गया था। Fujix DS-1P को 2MB SRAM मेमोरी कार्ड पर छवियों को संग्रहीत करने वाला पहला वास्तविक डिजिटल कैमरा माना जाता है।
1991 Kodak DCS-100
1991 में, कोडक ने व्यावसायिक रूप से उपलब्ध पहला DSLR (डिजिटल सिंगल लेंस रिफ्लेक्स) कैमरा कोडक प्रोफेशनल डिजिटल कैमरा सिस्टम या DCS 100 लॉन्च किया। फोटोजर्नलिज्म को प्रोत्साहित करने के लिए, इस कैमरे को 1.3 मेगापिक्सल के रिजोल्यूशन के साथ डिजाइन किया गया था। उस समय इसकी कीमत 20,000 डॉलर थी।
1994 Apple QuickTake
1994 का Apple QuickTake, जिसे अक्सर पहला मेनस्ट्रीम डिजिटल कैमरा माना जाता है, $1,000 से कम में उपलब्ध था। क्विकटेक कैमरा रिज़ॉल्यूशन 640 x 480 पिक्सेल थी। Apple QuickTake 100 में एक F2 लेंस के बराबर एक निश्चित 50mm लेंस, एक ऑप्टिकल व्यूफ़ाइंडर और देखने के लिए एक LCD डिस्प्ले मौजूद है।
1994 Kodak NC 2000
1994 में, Nikon N90 (F90) की बॉडी पर आधारित DSLR कैमरों की कोडक NC 2000 श्रृंखला पेश की गई थी। यहां न्यूज कैमरा एनसी फोटोजर्नलिज्म के लिए डिजाइन किया गया है। रेजोल्यूशन 1.3 मेगापिक्सल है।
1995 Ricoh RDC-1
Ricoh ने 1995 में Ricoh RDC-1 मॉडल नाम के तहत एक क्रांतिकारी कैमरा जारी किया। यह एक फिल्म मोड कैमरा था, इसमें वीडियो रिकॉर्ड करने की क्षमता थी लेकिन कुछ हद तक सीमित थी।
1999 Kyocera VP-210
यह डिजिटल कैमरा शामिल करने वाले पहले सेल फोनों में से एक था। Kyocera VP-210 में VP,विज़ुअल फ़ोन के लिए है। यह कैमरा फोन क्योसेरा द्वारा निर्मित है। इसमें सिंगल फ्रंट-फेसिंग 110,000-पिक्सेल कैमरा लगे थे, और यह 20 पिक्चर तक स्टोर कर सकता था।
2000 Fujifilm FinePix S1 Pro
(Indian Digital Camera) Fujifilm FinePix S1 Pro 2000 में रिलीज़ किया गया पहला विनिमेय लेंस DSLR कैमरा था। यह गंभीर शौकिया फोटोग्राफरों को लक्षित करता है। निकॉन N60 बॉडी माउंट पर आधारित कैमरा था। इसमें सभी Nikon मैनुअल और AF लेंस मौजूद था।
2007 iPhone
अब, फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए, Apple ने एक ऐसा फोन लॉन्च किया है जिसमें सभी बिल्ट-इन डिजिटल डिवाइस हैं। हां, यह बिल्ट-इन कैपेसिटिव टचस्क्रीन वाला पहला आईफोन था जिसमे बहुत ही बेहतरीन कैमरा उपलब्ध है।
2010 Nikon Coolpix L22
यह आईफोन द्वारा निर्मित एक कैमरा है इसे अब उपभोक्ता आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं। 2010 के दशक में, डिजिटल कैमरे कैसेट टेप के आकार तक आने लगे। इसमें एक बजट अनुकूल 12-मेगापिक्सेल शूटर था जिसमें 3.6x ऑप्टिकल ज़ूम लेंस था।
कैमरा तकनीक 2010 के बाद से बेहतर ऑटोफोकस, मिररलेस कैमरों के लिए लेंस डिजाइन, सब्जेक्ट के साथ मार्केट में आ चुके हैं।
Digital Camera कैसे काम करता है (Digital Camera Work in Hindi)
जब आप डिजिटल कैमरे पर तस्वीर लेने के लिए एक बटन दबाते हैं, तो कैमरे के सामने एक ओपनिंग खुल जाती है। और प्रकाश के लेंस के माध्यम से प्रवेश कर जाती है। इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो घटना प्रकाश को इलेक्ट्रॉनिक संकेतों में परिवर्तित करता है। यह फोटोडेटेक्टर एक सीसीडी या सीएमओएस इमेज सेंसर है। कुछ कैमरे इसके बजाय Complementary metal oxide semiconductor (CMOS) तकनीक का उपयोग करते हैं।
सीसीडी और सीएमओएस छवि सेंसर प्रकाश को इलेक्ट्रॉनों में परिवर्तित करते हैं: जब सेंसर प्रकाश को इलेक्ट्रॉनों में परिवर्तित करता है, तो यह छवि के प्रत्येक पिक्सेल के माध्यम से चलता है। अगर आप स्क्रीन को करीब से देखेंगे, तो आप देखेंगे कि इमेज रंग के लाखों छोटे डॉट्स से बनी है, जिसे हम पिक्सल कहते हैं, ये पिक्सेल देखने में बहुत छोटे हैं।
Digital Camera के भाग (Part of Digital Camera in Hindi)
एक डिजिटल कैमरा के कई सारे भाग होते है जिससे डिजिटल कैमरा फोटो तथा वीडियो को कैप्चर करता है। डिजिटल कैमरा को चलाने तथा इसे कंट्रोल करने के लिए इसमें कई प्रकार के स्विचेस होते है –
- Shutter Button – डिजिटल कैमरा में Image Capture करने के लिए कैप्चर बटन होता है। जिसे फोटो खींचने के लिए Press करते हैं।
- Controls Button – कैमरे की अलग – अलग सेटिंग को Adjust करने के लिए कंट्रोल बटन का इस्तेमाल किया जाता है।
- Shooting Mode Dial – फोटो मोड को बदलने, एक्स्पोसर Option को Adjust करने के लिए Shooting Mode Dial इस्तेमाल किया जाता है।
- Microphone – वीडियो के साथ ऑडियो रिकॉर्ड करने के लिए डिजिटल कैमरा में माइक्रोफोन होता है।
- Picture Review – इस बटन को प्रेस करके खींचे गए फोटो को देख सकते है।
- Electronic Flash – अच्छी क्वालिटी की फोटो कैप्चर करने के लिए अतिरिक्त लाइट प्रदान करता है।
- Zoom Lens And Control – इसके इस्तेमाल से Image के आकर को बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
- Battery Compartment– यह सेल कैमरे को पॉवर देता हैं।
- Cursor Pad – Menu Choice Navigate करने के लिए Cursor Pad इस्तेमाल करते है।
- Indicator LEDs – कैमरे की स्थिति को दर्शाते हैं।
- LCD Panel – यह कैमरे का Display होता है जिसमे आप खींची गई फोटो देख सकते है।
- Memory Card Slot – यह डिजिटल मेमोरी कार्ड को होल्ड करता है।
- USB Port – USB Cable के एक्सेस के लिए होता है। जिससे आप कैमरा को लैपटॉप या कंप्यूटर के साथ कनेक्ट कर सके।
- File Saved LED – यह LED संकेत देती है कि Image को मेमोरी कार्ड में स्टोर कर लिया गया है।
- Power Switch – कैमरा को बंद और चालू करने के लिए इस बटन को Press करते हैं।
Digital Camera के प्रकार (Types of Digital Camera in Hindi)
डिजिटल कैमरे को मुख्य रूप से उनके Focus, Use और Price के आधार पर कई सारे श्रेणियों में विभाजित किया गया है –
#1 – कॉम्पैक्ट डिजिटल कैमरा (Compact Digital Camera)
कॉम्पैक्ट कैमरे साधारण कैमरे होते हैं जिनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इस कैमरे को पॉइंट एंड शूट इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका उपयोग सामान्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
चूंकि यह अन्य कैमरों की तुलना में सस्ता है, इसलिए छवि गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए छोटे कैमरों को अल्ट्रा-स्मॉल कैमरा कहा जाता है। इस कैमरे की कुछ विशेषताएं निम्न प्रकार से होती हैं –
- इमेज को कंप्यूटर पर जेपीईजी फॉर्मेट में स्टोर किया जा सकता है।
- फोटो लेने से पहले आप लाइव प्रीव्यू देख सकते हैं।
- इसमें लो पावर फ्लैश मिलता है, जिसकी मदद से आप अंधेरे में भी तस्वीरें ले सकते हैं।
- यह आकार में छोटा होता है।
- इसमें क्लोज फोकस के साथ ऑटो फोकस उपलब्ध है।
#2 – ब्रिज कैमरा (Bridge Camera)
ब्रिज कैमरे हाई-एंड डिजिटल कैमरे होते हैं जिनकी संरचना डीएसएलआर के समान होती है, उनकी कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- इसमें फिक्स्ड लेंस होते हैं और इमेज सेंसर छोटे होते हैं।
- फोटो लेने से पहले आप लाइव प्रीव्यू देख सकते हैं। छवि को कच्चे डेटा के साथ एक संपीड़ित जेपीईजी प्रारूप में संग्रहीत किया जा सकता है।
- कंट्रास्ट डिटेक्शन विधि का उपयोग करके ऑटो फ़ोकस और मैन्युअल फ़ोकस किया जा सकता है।
#3 – DSLR कैमरा (Digital Single Lens Reflex Cameras)
डीएसएलआर एक हाई-एंड कैमरा है जो सिंगल लेंस विधि का उपयोग करता है। इस कैमरे की मुख्य विशेषताएं हैं:
- आप लाइव प्रीव्यू देख सकते हैं।
- कम रोशनी की स्थिति में भी उच्च छवि गुणवत्ता होती है। ऑटो फोकस प्राप्त करने के लिए मिरर बॉक्स में विशेष प्रकार के सेंसर लगाए जाते हैं।
- फोटोग्राफर स्थिति के अनुसार आवश्यक लेंस चुन सकता है।
#4 – इलेक्ट्रॉनिक व्यूफ़ाइंडर – Electronic Viewfinder (EVF)
EVF एक बड़े सेंसर और विनिमेय लेंस का एक संयोजन है। यह डीएसएलआर की तुलना में अधिक कॉम्पैक्ट और सरल है। इसमें आप इमेज कैप्चर करने से पहले प्रीव्यू कर सकते हैं और उसके हिसाब से फोकस एडजस्ट कर सकते हैं।
#5 – डिजिटल रेंजफाइंडर – Digital Rangefinder (DRF)
DRF रेंजफाइंडर के साथ एक विशेष प्रकार का फिल्म कैमरा है यह काम दूर की फोटोग्राफी करने में सक्षम है।
#6 – लाइन स्कैन कैमरे (Line Scene Cameras)
हाई स्पीड इमेज रेजोल्यूशन को कैप्चर करने के लिए लाइन स्कैन कैमरों का उपयोग किया जाता है। इस तरह के कैमरों में मैट्रिक्स सिस्टम की जगह पिक्सल इमेज सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है।
Digital Camera के उपयोग (Uses of Digital Camera in Hindi)
आज के समय में Digital Camera का इस्तेमाल बहुत सारे कामों में किया जाता है जैसे –
- डिजिटल कैमरे की मदद से आप अपने परिवार, दोस्तों, जगह आदि की तस्वीरें ले सकते हैं।
- आप अपनी मेमोरी को अपने कैमरे पर स्टोर कर सकते हैं। डिजिटल कैमरा का उपयोग व्यवसाय कार्ड बनाने के लिए भी किया जाता है।
- डिजिटल कैमरे से फोटोग्राफी किया जाता है।
- मेडिकल के क्षेत्र में डिजिटल कैमरा का इस्तेमाल होता है।
- क्राइम को रोकने के लिए डिजिटल कैमरा इस्तेमाल किया जाता है।
- दंत समस्याओं के निदान के लिए भी डिजिटल कैमरों का उपयोग किया जाता है।
- डिजिटल कैमरे की मदद से आप उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें खींच सकते हैं।
- डिजिटल कैमरों का इस्तेमाल CCTV में होता है।
- फिल्म निर्माण में डिजिटल कैमरा का इस्तेमाल होता है।
- स्कूल, कॉलेज तथा ऑफिसेज में डिजिटल कैमरा का इस्तेमाल होता।
- वीडियो कॉलिंग में डिजिटल कैमरा का उपयोग होता है।
Digital Camera के फायदे (Advantage of Digital Camera in Hindi)
- आप डिजिटल कैमरे की मेमोरी में फोटो, वीडियो स्टोर कर सकते हैं।
- डिजिटल कैमरा से फोटो वीडियो को कंप्यूटर में ट्रांसफर कर सकते हैं।
- डिजिटल कैमरों पर छवि गुणवत्ता उच्च होती है।
- इसमें जूम फीचर होता है जिससे आप दूर की फोटो भी खींच सकते है।
- डिजिटल कैमरे से एडिटिंग आसानी से की जा सकती है। डिजिटल कैमरे की मदद से आप वीडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।
Digital Camera के नुकसान (Disadvantage of Digital Camera in Hindi)
एक तरफ डिजिटल कैमरा इस्तेमाल करने के जितने फायदे है ठीक इसके विपरित इसके कुछ नुकसान भी है जैसे की –
- डिजिटल कैमरा हर कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसे चलाने के लिए आपके अन्दर थोड़ो बहुत Computer की Skill होनी चाहिए।
- अधिक स्टोरेज के कारण इसमें Capture की गयी Photo को Manage करना थोडा कठिन हो जाता है।
- इसमें बहुत अधिक Function होते हैं जिससे शुरुवात में इसे ऑपरेट करने में परेशानी आती है।
- डिजिटल कैमरे में अधिक Battery Power की जरुरत पड़ती है।
- डिजिटल कैमरा पानी के संपर्क में आने से खराब हो सकता है।
फिल्म कैमरा और डिजिटल कैमरा में अंतर
आधुनिक डिजिटल कैमरे पुराने फिल्म कैमरों से बिल्कुल अलग है। दोनो की काम करने का सिद्धांत एक दूसरे से एकदम भिन्न है। फिल्म कैमरों और डिजिटल कैमरों के बीच निम्नलिखित अंतर हैं –
- फिल्म कैमरे केवल तस्वीरें ले सकते हैं जबकि डिजिटल कैमरों की मदद से आप तस्वीरों के साथ-साथ वीडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।
- फिल्म कैमरा में फोटो खींचने के लिए रील डालना पड़ता है लेकिन डिजिटल कैमरा में रील डालने की जरूरत नहीं पड़ती।
- फिल्म कैमरे केवल सीमित संख्या में फोटो स्टोर कर सकते हैं जबकि डिजिटल कैमरे मेमोरी कार्ड के आधार पर असीमित फोटो स्टोर कर सकते हैं।
- फिल्म कैमरों की बैटरी लाइफ डिजिटल कैमरों की तुलना में लंबी होती है।
- फिल्म कैमरों में रासायनिक फिल्म का उपयोग किया जाता है जबकि डिजिटल कैमरों में डिजिटल सेंसर का उपयोग किया जाता है।
- डिजिटल कैमरा फिल्म कैमरे का एक उन्नत रूप है।
आखिरी शब्द:
दोस्तों आज इस आर्टिकल में आपने जाना Digital Camera क्या है और कैसे काम करता है? इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको डिजिटल कैमरा के कार्य करने के सिद्धांत के बारे में अच्छे से जानकारी मिल चुकी होगी। आप हमें कमेंट में जरूर बताएं यह जानकारी आपको कैसी लगी है। डिजिटल कैमरा को लेकर यदि आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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